जागरण संवाददाता, आगरा: केंद्रीय हिंदी संस्थान में हवाई टिकट के नाम पर वित्तीय अनियमितता सामने आई है। रजिस्ट्रार चंद्रकांत त्रिपाठी के नाम पर शासकीय यात्रा के बिल में मूल टिकट के स्थान पर फर्जी बिल लगाकर धनराशि हासिल कर ली गई।
केन्द्रीय हिंदी संस्थान के रजिस्ट्रार चंद्रकांत त्रिपाठी हैदराबाद केंद्र के मुख्य भवन और छात्रावास संबंधी कार्यो के लिए दिसंबर-जनवरी में हैदराबाद गए थे। उनके आवागमन के टिकट की मूल धनराशि 20 हजार 302 रुपये थी, लेकिन टिकट के नाम पर 27 हजार 889 रुपये पर प्राप्त कर लिए गए। हालांकि बाद में अतिरिक्त धनराशि जमा कर ली गई है। इस संबंध में टिकट बुक करने वाले क्लर्क ने आर्थिक लाभ के लिए ऐसा करने की बात स्वीकारी है। संस्थान ने क्लर्क हिमांशु अग्रवाल का वेतन एक हजार घटाकर दूसरे विभाग में ट्रांसफर कर दिया है। इस संबंध में रजिस्ट्रार चंद्रकांत त्रिपाठी ने बताया कि गड़बड़ी के आरोपी क्लर्क के खिलाफ कार्रवाई की गई है
स्रोत - दैनिक जागरण (10/03/2013)
http://bit.ly/1gT6Vs3
केन्द्रीय हिंदी संस्थान के रजिस्ट्रार चंद्रकांत त्रिपाठी हैदराबाद केंद्र के मुख्य भवन और छात्रावास संबंधी कार्यो के लिए दिसंबर-जनवरी में हैदराबाद गए थे। उनके आवागमन के टिकट की मूल धनराशि 20 हजार 302 रुपये थी, लेकिन टिकट के नाम पर 27 हजार 889 रुपये पर प्राप्त कर लिए गए। हालांकि बाद में अतिरिक्त धनराशि जमा कर ली गई है। इस संबंध में टिकट बुक करने वाले क्लर्क ने आर्थिक लाभ के लिए ऐसा करने की बात स्वीकारी है। संस्थान ने क्लर्क हिमांशु अग्रवाल का वेतन एक हजार घटाकर दूसरे विभाग में ट्रांसफर कर दिया है। इस संबंध में रजिस्ट्रार चंद्रकांत त्रिपाठी ने बताया कि गड़बड़ी के आरोपी क्लर्क के खिलाफ कार्रवाई की गई है
स्रोत - दैनिक जागरण (10/03/2013)
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