केंद्रीय हिन्दी संस्थान में विदेशी छात्राएं एक अजीब परिस्थिति से गुजर रही हैं। छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई है कि कोई उनके अंत:वस्त्रों को चुरा रहा है। अब तक हॉस्टल से दो बार छात्राओं के कपड़े गायब हो चुके हैं। संस्थान के रजिस्ट्रार ने पुलिस में मामले की शिकायत की है।
छात्राओं का कहना है कि अंत:वस्त्रों की चोरी करने वाला मनोरोगी हो सकता है। अगर वह पकड़ा नहीं गया, तो भविष्य में उनके लिए और समस्या बढ़ सकती है। पुलिस का कहना है कि कपड़े चोरी करने वाले संस्थान से जुड़े या यहां आने-जाने वाले लोग हो सकते हैं।
शुरू में जब अंत:वस्त्र गायब हुए तो उन्हें सामान्य बात लगी, लेकिन एक-एक कर अब तक 12 छात्राओं के अंत:वस्त्र चोरी हो चुके हैं। छात्राओं के दबाव के बाद संस्थान के रजिस्ट्रार ने न्यू आगरा पुलिस थाने में इसकी शिकायत की। कैंपस में दो बार पुलिस जांच कर चुकी है, लेकिन फिर भी चोर पकड़ से बाहर है।
केंद्रीय हिन्दी संस्थान के रजिस्ट्रार को मिजोरम की छात्राओं ने चोर का पता लगाने के लिए ज्ञापन दिया है।
स्रोत - भास्कर (03/04/2014)
http://bit.ly/1IPCzMK
छात्राओं का कहना है कि अंत:वस्त्रों की चोरी करने वाला मनोरोगी हो सकता है। अगर वह पकड़ा नहीं गया, तो भविष्य में उनके लिए और समस्या बढ़ सकती है। पुलिस का कहना है कि कपड़े चोरी करने वाले संस्थान से जुड़े या यहां आने-जाने वाले लोग हो सकते हैं।
शुरू में जब अंत:वस्त्र गायब हुए तो उन्हें सामान्य बात लगी, लेकिन एक-एक कर अब तक 12 छात्राओं के अंत:वस्त्र चोरी हो चुके हैं। छात्राओं के दबाव के बाद संस्थान के रजिस्ट्रार ने न्यू आगरा पुलिस थाने में इसकी शिकायत की। कैंपस में दो बार पुलिस जांच कर चुकी है, लेकिन फिर भी चोर पकड़ से बाहर है।
केंद्रीय हिन्दी संस्थान के रजिस्ट्रार को मिजोरम की छात्राओं ने चोर का पता लगाने के लिए ज्ञापन दिया है।
स्रोत - भास्कर (03/04/2014)
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