Sunday, June 28, 2015

निदेशक की नियुक्ति प्रक्रिया अधर में लटकी

केंद्रीय हिन्दी संस्थान आगरा के निदेशक की नियुक्ति प्रक्रिया अधर में लटक गई है। खबर है नियुक्ति प्रक्रिया में एक उम्मीदवार का नाम बाद में जोड़े जाने पर कार्मिक मंत्रालय ने आपत्ति दर्ज कराई है जिसके बाद नियुक्ति की फाइल अटकी हुई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय यह बता पाने में असमर्थ है कि कब संस्थान को नया निदेशक मिलेगा।

आगरा हिन्दी संस्थान के निदेशक का कार्यकाल पिछले साल अगस्त में ही खत्म हो गया था। लेकिन नई नियुक्ति नहीं होने के कारण निदेशक मोहन को सेवा विस्तार दे दिया गया। केंद्र सरकार ने नए निदेशक की नियुक्ति प्रक्रिया देर से शुरू की और प्रक्रिया में अब और देरी होने लगी है। 7 अप्रैल को उम्मीदवारों के इंटरव्यू हुए थे। इसके बाद मंत्रालय ने तीन लोगों के नाम का पैनल तैयार किया था। लेकिन खबर यह है कि इसमें एक ऐसे व्यक्ति का नाम शामिल किया गया जिससे विधिवत आवेदन ही नहीं किया था। इस बार में कार्मिक मंत्रालय को शिकायतें मिलने की खबर है।

सूत्रों के अनुसार इस बारे में कार्मिक मंत्रालय को शिकायत मिलने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया की दोबारा जांच की गई है। खबर है कि कार्मिक मंत्रालय ने उस व्यक्ति के नाम को हटाने और दोबारा पैनल तैयार करके भेजने को कहा है। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार दोबारा पैनल बनाकर भेजा जा रहा है। इसलिए इस अभी निदेशक की नियुक्ति में समय लग सकता है।

बता दें कि केंद्रीय यूनिर्वसिटीमें कुलपतियों के एक दर्जन से भी अधिक पद रक्ति पड़े हैं। सीबीएसई और एनसीईआरटीई जैसे महकमों के मुखिया की भी नियुक्ति नहीं हो पा रही है। हिन्दी संस्थान भी इसी कतार में खड़ा है।

स्रोत -  हिन्दुस्तान (28/06/2015)
http://bit.ly/1IPwNea

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